आज हम बना रहे हैं चंपारण मटन। यह हमारा 3 किलो मटन है, जिसमें सिर्फ नली, चाप, गर्दन और कमर का पीस मिलेगा। इसके अलावा और कोई पीस नहीं मिलेगा। साहब, यह देखिए, दस्ती का पीस है, जो झटके का मटन होता है, इसमें ब्लड ज्यादा रहता है। अब मैं इसके अंदर प्याज डाल देता हूं, जिससे वही स्वाद मिलेगा, जो पहले था। तेल बिल्कुल गरम है, अब इसमें मसाले डालने की तैयारी हो रही है। बड़ी इलायची, छोटी इलायची, जावित्री, जायफल, और अद्भुत मसाले डालने हैं। यहां मैंने बोर्ड लगाया है, जिससे 10-12 किलो तक माल तैयार हो जाता है।